धर्मनगरी में 8वीं बार चुनावी जनसभा में दहाड़े योगी आदित्यनाथ
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शिवमंगल अग्रहरि
चित्रकूट। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि चित्रकूट भूमि संयम की धरती है। जहां संयम होगा, वहीं साधना हो सकती है। प्रभु श्रीराम ने इसी चित्रकूट मे 14 वर्ष के वनवास के सर्वाधिक समय साधना की थी। यहाँ लाखों की संख्या मे आने वाले श्रद्धालु मंदाकिनी मे डुबकी लगाकर कामतानाथ की परिक्रमा करके धन्य होते हैं। कुछ लोग अपने कृत्यों से पाप का घड़ा इतना भर लेते हैं कि स्वयं के पहचान का संकट पैदा करते है। साथ ही समाज के लिए भी पहचान का संकट पैदा कर देते हैं।
2017 के पहले यही पहचान का संकट उत्तरप्रदेश मे भी पैदा कर दिया गया था। देश का लीडरशिप कैसे होना चाहिए, उसको देखना हो तो आज़ादी के अमृत वर्ष मे देखना चाहिए। प्रधानमंत्री जी ने हर घर तिरंगा अभियान चलाकर लोकतंत्र के पर्व का एहसास करवाया। कोरोना के समय प्रधानमंत्री जी अकेले निकलते थे, जीवन बचाने के लिए।
उन्होंने कहा कि इस चित्रकूट धाम का पावन संयोग है कि महर्षि वाल्मीकि और संत तुलसीदास की पवित्र जन्मभूमि यही है। योगी आदित्यनाथ ने मंच से समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी जीवन भर लोहिया जी के नाम पर राजनीति करती रही। रामायण मेले की शुरुआत डॉ लोहिया ने की लेकिन समाजवादी पार्टी कहती है राम थे ही नहीं। अयोध्या राम भक्तों पर गोली चलवाई। रामचरितमानस, संत तुलसीदास के प्रति अनर्गल टिप्पणी करेंगे।
इनको रामायण रामचरितमानस अच्छा नही लगता। इनकी सोच मे अराजकता है, परिवारवादी सोच है। यह किसी संत को अपना मित्र नहीं बनाते। ये किसी पेशेवर डकैत को अपने गले का हार बनाकर जनता और व्यापारियों का शोषण करवाते हैं और उनको चरने खाने के लिए छोड़ देते हैं, इसलिए मै आपसे यही कहने आया हूँ कि आपको किसी बात का डर नहीं होना चाहिए। भाजपा सरकार आप सभी जनता के साथ है। माफियाओं का राज खत्म हो चुका है। इस अवसर पर तमाम लोग उपस्थित रहे।