जिलाधिकारी ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान को लेकर की बैठक
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शिवमंगल अग्रहरि
चित्रकूट। जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जी एन की अध्यक्षता में सोमवार को संचारी रोग नियंत्रण अभियान के सफल संचालन के सम्बन्ध में अंतर्विभागीय ब्लॉक स्तरीय बैठक ग्राम प्रधानों के साथ विकासखंड मऊ की तहसील सभागार मऊ एवं विकासखंड सभागार रामनगर में आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला कृषि अधिकारी एवं जिला पंचायत राज अधिकारी को अनुपस्थित पाए जाने पर इस माह का वेतन अवरुद्ध करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधानों से कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान मुख्यमंत्री की सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम में है। जिला स्तर की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि यह कार्यक्रम ग्राम स्तरीय है। इसमें ब्लॉक स्तर पर बैठक कराकर ग्राम प्रधानों को जागरूक करके कार्य कराया जाए। अभियान की थीम बच्चों के भविष्य से जुडी है। इसी उद्देश्य के साथ यह बैठक कराई जा रही है।
उन्होंने कहा कि सबसे बडा मुद्दा गांव में साफ सफाई का होता है। नालियों की सफाई रहे, जल जमाव न होने दे, एंटी लारवा का छिडकाव कराया जाए। उन्होंने कहा कि जिला स्तर व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर बीमारियों से बचाव की दवाई पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है और सभी तैयारियां भी बचाव के लिए की गई है। इस अभियान में आशा, एएनएम, आंगनबाडी कार्यकत्रियों को लगाया गया है। उन्होंने अपर जिला पंचायत राज अधिकारी तथा खण्ड विकास अधिकारियों से कहा कि गांव में फॉगिंग मशीन की व्यवस्था कराई जाए। गांव की महिलाओं को भी आगे करके लोगों को जागरूक करें।
उन्होंने विकासखंड मऊ के अंतर्गत टिकरा, बियावल, पूरव पताई, बरियारी कला, एवं विकासखंड रामनगर के रामनगर ग्राम के ग्राम प्रधानों से गांव में व अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत राजापुर से कहा कि जिस वार्ड में गत वर्ष जो बीमारियां फैली थी, वहां पर उन बीमारियों को लेकर सतर्क रहकर साफ-सफाई, झाडियां की कटाई एवं जल भराव पर विशेष ध्यान देकर एंटी लारवा एवं फागिंग का छिडकाव कराया जाए। उन्होंने कहा कि मलेरिया व डेंगू के वार्ड भी अस्पतालों पर बनाए गए हैं। साथ ही कहा कि अगर कोई बीमारी गांव में होती है तो तत्काल इसकी जानकारी दें। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. भूपेश द्विवेदी ने ग्राम प्रधानों से कहा कि संचारी रोग अभियान प्रत्येक वर्ष तीन बार चलाया जाता है। बीमारी से लोगों को बचाने के लिए यह अभियान चलाया गया है। संचारी रोग नियंत्रण अभियान कार्यक्रम ब्लॉक स्तर पर बैठक करके ग्राम प्रधानों को जागरूक करके कराया जा रहा है। डायरिया नियंत्रण पखवाडा भी इस अभियान के तहत मना रहे हैं।
जिसमें गांव में एएनएम, आशाओं द्वारा ओआरएस घोल आदि दवाएं उपलब्ध कराया जाएगा। उप जिलाधिकारी मऊ राकेश कुमार पाठक ने ग्राम प्रधानों से कहा कि यह मुख्यमंत्री की विशेष कार्य योजना है। इसको सभी गांव पर संचालन कराकर सही तरीके से साफ सफाई कराया जाए ताकि गांव का कोई भी बच्चा एवं व्यक्ति बीमारी से ग्रसित न हो। डब्ल्यूएचओ डॉ श्याम ने बताया कि मच्छर जनित बीमारी से यमुना नदी के क्षेत्र पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। जिला मलेरिया अधिकारी लाल साहब ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान वर्ष 2017 से लगातार चलाया जा रहा है। इस मौके पर डीसी मनरेगा धर्मजीत सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बीके शर्मा, खंड विकास अधिकारी मऊ रामजी मिश्रा, रामनगर शैलेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।